Sunday, March 19, 2017

* मनोविज्ञान की उत्पत्ति :--



* मनोविज्ञान की उत्पत्ति:--


* मनोविज्ञान को शताब्दियों पूर्व " दर्शन शास्त्र " कि एक शाखा के
रूप मे माना जाता था ।

* मनोविज्ञान को स्वतंत्र विषय बनाने के लिए इसे परिभाषित करना
शुरू किया ।

* PSYCHOLOGY शब्द कि उत्पत्ति लैटिन भाषा के दो शब्दो
PSYCHE+LOGOS से मिलकर हुई हैं, PSYCHE का अर्थ होता
है " आत्मा का" तथा LOGOS का अर्थ होता हैं "अध्ययन करना " ।

* इस शाब्दिक अर्थ के आधार पर सर्वप्रथम प्लेटो, अरस्तु और डेकार्ट
के द्वारा मनोविज्ञान को " आत्मा का विज्ञान " माना गया ।

* आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या नहीं होने के कारण 16वीं शताब्दी के
अंत मे यह परिभाषा अमान्य हो गई ।

* 17वीं शताब्दी मे इटली के मनोवैज्ञानिक पॉम्पोनोजी ने मनोविज्ञान
को " मन या मस्तिष्क का विज्ञान " माना । बाद मे यह परिभाषा भी
अमान्य हो गई ।

* 19वीं शताब्दी में विलियम वुन्ट, विलियम जेम्स, वाइव्स और जेम्स
सली आदि के द्वारा मनोविज्ञान को " चेतना का विज्ञान " माना गया
था, अपूर्ण अर्थ होने के कारण यह परिभाषा भी अमान्य हो गई ।

* 20वीं शताब्दी में मनोविज्ञान को " व्यवहार का विज्ञान " माना हैं
और आज तक यह परिभाषा प्रचलित हैं ।

* व्यवहार का विज्ञान मानने वाले प्रमुख मनोवैज्ञानिक हैं - वाटसन,
इसके अलावा वुडवर्थ , स्किनर , थॉर्नडॉइक और मैक्डुगल आदि
मनोवैज्ञानिकों ने भी मनोविज्ञान को " व्यवहार का विज्ञान " माना
है

* विलियम वुन्ट ने जर्मनी के " लिपजिग " स्थान पर 1879 ई. में प्रथम " मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला " स्थापित की, इसलिए विलियम वुन्ट को " प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक " माना जाता हैं ।

* विलियम मैक्डुगल ने अपनी पुस्तक " आउट लाइन साइकोलॉजी "
के पृष्ट संख्या 16 पर " चेतना शब्द " की भरसक निन्दा की हैं ।

* "मनोविज्ञान व्यवहार का शुध्द विज्ञान हैं "- वाटसन ।

* "तुम मुझे कोई भी बालक दे दो में उसे वैसा बनाउँगा जैसा मैं उसे
बनाना चाहता हूँ " - वाटसन ।

* " मनोविज्ञान ने सर्वप्रथम अपनी आत्मा का त्याग किया ,फिर मन
का त्याग किया ,फिर चेतना का त्याग किया और आज मनोविज्ञान
व्यवहार के विधि के स्वरूप को स्वीकार करता हैं " - वुड़वर्थ ।

___________
मनोविज्ञान की मुख्य शाखाएँ या क्षेत्र :---
1. सामान्य मनोविज्ञान
2. असामान्य मनोविज्ञान
3. तुलनात्मक मनोविज्ञान
4. प्रयोगात्मक मनोविज्ञान
5. समाज मनोविज्ञान
6. औधोगिक मनोविज्ञान
7. बाल मनोविज्ञान
8. किशोर मनोविज्ञान
9. प्रोढ़ मनोविज्ञान
10. विकासात्मक मनोविज्ञान
11. शिक्षा मनोविज्ञान
12. निदानात्मक या उपचारात्मक या क्लिनिकल मनोविज्ञान
13. परा मनोविज्ञान ( आधुनिकतम शाखा )
14. पशु मनोविज्ञान

शिक्षा मनोविज्ञान का शाब्दिक अर्थ है :
शिक्षा सम्बन्धी मनोविज्ञान अर्थात यह शिक्षा की प्रक्रिया में मानव व्यवहार का अध्ययन करने वाला विज्ञान है। शिक्षा मनोविज्ञान के अर्थ का विश्लेषण करने के लिए स्किनर ने निम्नलिखित तथ्य प्रस्तुत किए है :
___
1. शिक्षा मनोविज्ञान का केंद्र मानव व्यवहार है।
2. शिक्षा मनोविज्ञान खोज और निरिक्षण से प्राप्त तथ्यों का संग्रह करता है।
3. शिक्षा मनोविज्ञान संगृहीत ज्ञान को सिद्धान्त रूप देता है।
4. शिक्षा मनोविज्ञान शिक्षा की समस्याओ के समाधान के लिए पद्धतियों का प्रतिपादन करता है।

शिक्षा मनोविज्ञान की परिभाषाएँ :

___
०1. स्किनर : शिक्षा मनोविज्ञान के अंतर्गत शिक्षा से सम्बन्धित सम्पूर्ण व्यवहार और व्यक्तित्व आ जाता है।

०2. क्रो व क्रो : शिक्षा मनोविज्ञान, व्यक्ति के जन्म से वृद्धावस्था तक सिखाने के अनुभवों का वर्णन और व्याख्या करता है।

०3. कॉलसनिक : शिक्षा मनोविज्ञान, मनोविज्ञान के सिद्धान्तों और अनुसन्धान का शिक्षा में प्रयोग है।

०4. स्टीफन : शिक्षा मनोविज्ञान शैक्षणिक विकास का क्रमिक अध्ययन है।

०5. सॉरे व टेलफ़ोर्ड : शिक्षा मनोविज्ञान का मुख्य सम्बन्ध सिखने से है। यह मनोविज्ञान का वह अंग है, जो शिक्षा के मनोवैज्ञानिक पहलुओ की वैज्ञानिक खोज से विशेष रूप से सम्बन्धित है।

उपर्युक्त परिभाषाओं के आधार पर कहा जा सकता है, कि..
.

०1. शिक्षा मनोविज्ञान शैक्षिक परिस्थितियों में मानव व्यवहार का अध्ययन करता है।

०2. शिक्षा मनोविज्ञान शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया को अधिक सरल व सुगम बनाता है।

०3. शिक्षा मनोविज्ञान की प्रकृति वैज्ञानिक है, क्योंकि इसके अध्ययन में वैज्ञानिक विधियों का प्रयोग होता है।

०4. शिक्षा मनोविज्ञान में मनोविज्ञान के सिद्धांतो व विधियों का प्रयोग होता है।
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